नई दिल्ली। इस वक्त एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. RBI के गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे के पीछे उन्होंने निजी कारणों को जिम्मेदार बताया है.आपको जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था. भारत सरकार ने अगस्त 2016 में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को नया गवर्नर घोषित किया था। उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी.उनका कार्यकाल 3 साल का था. 28 अक्टूबर 1963 को जन्मे उर्जित ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से बीए किया है।
उर्जित पटेल ने कहा है कि उन्होने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है. उर्जित पटेल ने अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक में काम करना सम्मान की बात है. सेक्शन 7 के तहत सरकार रिजर्व बैंक को आम जनता के हितों को लेकर निर्देश दे सकती है. इस सेक्शन का अब तक उपयोग नहीं हुआ था. सरकार और उर्जित पटेल के विवाद के बाद रिजर्व बैंक ने बोर्ड बैठक भी बुलाई थी. इसमें कई मुद्दों पर बातचीत हुई थी।
बीच में ऐसी खबरें भी आई थी कि सरकार ने रिजर्व बैंक के रिजर्व से 3.6 लाख करोड़ रुपए की मांग की है. इस पर भी वित्त मंत्रालय के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने सफाई दी थी कि ऐसा कुछ नहीं है. जानकारों के मुताबिक उर्जित पटेल के इस्तीफे का बड़ा असर शेयर बाजार पर पड़ेगा. शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है. उर्जित पटेल से पहले पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के भी सरकार से मतभेद रहे हैं. इसमें एनपीए भी शामिल है. इससे पहले पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराम का भी तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम से भी विवाद रहा था।