गोरखपुर। महाराजगंज के निचलौल निवासी दो सर्राफा कारोबारी दीपक वर्मा और रामू वर्मा बुधवार सुबह रोडवेज से गोरखपुर बस स्टैंड आए और यहां से लखनऊ जाने के लिए जनरथ में बैठे थे। इस दौरान दो शख्स पुलिस की वर्दी पहने बस में चढ़े और पूछताछ के लिए नीचे उतार लिया।
वहां से दोनों वर्दीधारी अपने को पुलिस बताते हुए ऑटो रिक्शा में बैठाकर नौसढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव के पास लाए और मारपीट कर उनसे 18 लाख रुपये नगद और सोने के जेवर लूटकर फरार हो गए। जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस को लूट की सूचना दी। पुलिस ने गोरखपुर में सर्राफा कारोबारियों से लूट के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है।

इस मामले में सर्राफा कारोबारियों की तहरीर पर पुलिस वर्दीधारी लुटेरों की तलाश में जुट गई थी। इस मामले में दारोगा ही लुटेरों का सरगना निकला है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी दारोगा और उनके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
इस दौरान पुलिस ने गुरुवार को मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी दारोगा और उसके सहयोगी दो सिपाहियों को लूट के सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया। सर्राफा कारोबारियों से पुलिस की वर्दी पहने दो लोगों ने 18 लाख नगद और जेवर लूट थे।
उधर, पीड़ित कारोबारियों की तहरीर के आधार पर पुलिस वर्दी में लूट करने वालों की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। इस दौरान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट का माल बरामद किया है। आरोपियों की पहचान बस्ती जिले के दारोगा के रूप में हुई है, जिसने अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया।