
कोरोना वायरस महामारी के बीच अब दूसरी बीमारी ने दस्तक दे दी है । देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू (Bird Flu) का खौफ बढ़ता जा रहा है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, केरल और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। बर्ड फ्लू से निपटने के लिए केंद्र के अलावा राज्य सरकारें भी एक्टिव मोड में आ गई हैं। इस बीच बर्ड फ्लू का मामला उत्तर प्रदेश भी पहुंच गया और कानपुर के Zoo में मरे जंगली मुर्गों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। कानपुर (Kanpur) चिड़ियाघर में दो दिन में चार मुर्गों और दो तोतों की मौत हुई थी, जिसके बाद नमूनों को जांच के लिए भोपाल रिसर्च सेंटर भेजा गया था, जहां एच-5 स्ट्रेन यानी बर्ड फ्लू (Bird Flu) का सबसे खतरनाक वायरस होने की पुष्टि हुई है।

वायरस के खतरे से बचने के लिए हमें पक्षियों के साथ सीधे संपर्क में नहीं आना चाहिए। पक्षियों के मल, लार, नाक-मुंह या आंख से स्राव के माध्यम से भी ये बीमारी इंसानों में फैल सकती है। छत पर रखी टंकियों, रेलिंग्स या पिजरों को डिटर्जेंट से अच्छी तरह साफ करें। संक्रमित पक्षी करीब 10 दिनों तक मल या लार के जरिए वायरस रिलीज कर सकता है।

कच्चा मांस या अंडा, पोल्ट्री फार्म या दुकानों पर किसी चीज या सरफेस को छूने से बचें। किसी भी चीज को छूने के बाद हाथों को तुरंत सैनिटाइज करें।

चिकन को करीब 100 डिग्री सेल्सियस की ताप पर पकाएं। कच्चा मांस या अंडा खाने की गलती न करें। कच्चे मांस या अंडों को खाने की दूसरी चीजों से अलग रखना चाहिए। ओपन एयर मार्केट में जाने से परहेज बचें और हाइजीन-हैंडवॉश जैसी बातों का खास ख्याल रखें।

चिकन शॉप या पोल्ट्री फार्म पर ऐसे मुर्गों का मांस खरीदने से बचें जो बीमार लग रहे हों। हाॅफ बॉइल या हाफ फ्राइड अंडा खाते हो तो तुरंत इस आदत को बदल दें। अधपका चिकन या अंडा खाने से ये बीमारी आपको चपेट में ले सकती है।

बर्ड फ्लू के लक्षण- बर्ड फ्लू के लक्षण आमतौर पर होने वाले फ्लू के लक्षणों से काफी मिलते-जुलते हैं. वायरस इंफेक्शन की चपेट में आने पर आपको खांसी, डायरिया, रेस्पिरेटरी में परेशानी, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, बेचैनी, नाक बहना या गले में खराश की समस्या हो सकती है।

केंद्र सरकार ने बनाया कंट्रोल रूम
बर्ड फ्लू (Bird Flu) के खतरे पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार ने कंट्रोल रूम बनाया है और केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों को जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं । इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कुछ टीमें कई राज्यों के प्रभावित इलाकों में भेजे गए हैं, जो निगरानी रख रहे हैं।